जो गुज़रती है बस वो कहता हूँ/ वर्ना मेरा गज़ल से क्या रिश्ता........ आदिल रशीद
दिल का रिश्ता ग़मों से जोड़ गया ख्वाब दिखला के उनको तोड़ गया उम्र भर सोचना है अब मुझको वो मुझे किस कमी पे छोड़ गया आदिल रशीद دل کا رشتہ غموں سے جوڈ گیا خواب دکھلا کے انکو توڑ گیا عمر بھر سوچنا ہے اب مجھ کو وہ مجھے کس کمی پی چھوڈ گیا عادل رشید --
दिल का रिश्ता ग़मों से जोड़ गया ख्वाब दिखला के उनको तोड़ गया उम्र भर सोचना है अब मुझको वो मुझे किस कमी पे छोड़ गया आदिल रशीद دل کا رشتہ غموں سے جوڈ گیا خواب دکھلا کے انکو توڑ گیا عمر بھر سوچنا ہے اب مجھ کو وہ مجھے کس کمی پی چھوڈ گیا عادل رشید
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